खामोश चेहरे पर हजारों पहरे होते है
हंसती आखों में भी जख्म गहरे होते है
जिनसे अक्सर रुठ जाते है हम,
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते ...
Highlight Of Last Week
Monday, November 30, 2015
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते ...
हर नशे का नाम शराब नही होता...
हर बात का कोई जवाब नही होता
हर इश्क का नाम खराब नही होता...
यु तो झूम लेते है नशेमें पीनेवाले
मगर हर नशे का नाम शराब नही होता...
हमसे मोहब्बत करते हैं।
कोई चाँद से मोहब्बत करता है;
कोई सूरज से मोहब्बत करता है;
हम उनसे मोहब्बत करते हैं;
जो हमसे मोहब्बत करते हैं।
तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम!
तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम!
बस यही एक वादा निभा पायेगें हम!
मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन!
तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम!
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में;
प्यार अपना बसाने का वादा करो;
रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं;
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
अपने पर गुरुर आ जाता है!
चहरे पर हंसी छा जाती है!
आँखों में सुरूर आ जाता है!
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
अपने पर गुरुर आ जाता है!
फिर सहा नहीं जाता!
जब तक तुम्हें न देखूं!
दिल को करार नहीं आता!
अगर किसी गैर के साथ देखूं!
तो फिर सहा नहीं जाता!
कभी किसी से प्यार मत करना!
कभी किसी से प्यार मत करना!
हो जाये तो इंकार मत करना!
चल सको तो चलना उस राह पर!
वरना किसी की ज़िन्दगी ख़राब मत करना!
हम तो मोम थे किसी ने छुकर नहीँ देखा ।
कश्ती के मुसाफिर ने समँदर नहीँ देखा ।
आँखो को देखा पर दिल के अन्दर नहीँ देखा ।
पत्थर समझते है मुझे मेरे चाहने वाले ।
हम तो मोम थे किसी ने छुकर नहीँ देखा ।
जब उसका हाथ तेरे हाथ में था.......।।
मेरा ज़मीर मुझसे कहता है, क्या देखती है अपने हाथ की लक़ीरों को.......??
वो तेरा तब भी नही था, जब उसका हाथ तेरे हाथ में था.......।।
तेरे सिवा कोई चेहरा दिल में बसता नहीं !!
हमसफर बहुत है मगर कोई भी जचता नही,
तेरे सिवा कोई चेहरा दिल में बसता नहीं !!
जो पलकें तक नही उठाते !!
गलत सुना था कि,इश्क आँखों से होता है....
दिल तो वो भी ले जाते है,जो पलकें तक नही उठाते !!
Thursday, November 26, 2015
तेरी स्माइल से मीठा कुछ भी नहीं.
हज़ारों मिठाइयाँ चखी हैं मैंने...
लेकिन तेरी स्माइल से मीठा कुछ भी नहीं.
गरीब हूँ इसलीये दिल असली दे रहा हु…
अमीर होता तो बाज़ार से खरीद लाता नकली…
गरीब हूँ इसलीये दिल असली दे रहा हु…
मेरी साँसें मेरी तक़दीर से उलझ जातीँ हैं..!!
"एक पल जो तुझे भूलने का सोच भी लूँ न ...
मेरी साँसें मेरी तक़दीर से उलझ जातीँ हैं..!!
इस के बाद भी दुनिया में कुछ पाना ज़रूरी है
मेरे होंठों पे अपनी प्यास रख दो और फिर सोचो
कि इस के बाद भी दुनिया में कुछ पाना ज़रूरी है
तुमने तो कमाल कर डाला...!!!
हमने कहा था...!!!
.
अगर हमको भूल सको तो कमाल होगा...!!!
.
हमने तो सिर्फ बात की थी...!!!
.
तुमने तो कमाल कर डाला...!!!
कानों ने कुछ सुना नहीं, पर दिल सब समझ गया!!
आहिस्ता बोलने का उसका अंदाज़ भी कमाल था__!!
कानों ने कुछ सुना नहीं, पर दिल सब समझ गया!!
अब उसे ख़ुश भी ना देखू तों मोहब्बत कैसी...
वों मेरे बिना ख़ुश है तो शिकायत कैसी....
अब उसे ख़ुश भी ना देखू तों मोहब्बत कैसी....
हम अपना सब कुछ बांट लेना चाहते हैं...
ज़िन्दगी एक बार ही सही ऐसे शख्स से मिलवाती है,
जिसके साथ हम अपना सब कुछ बांट लेना चाहते हैं...
बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने शादी मेँ!
किस किस का नाम लें, अपनी बरबादी मेँ;
बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने शादी मेँ!
तेरी ही याद मेरी जान ले रही है....
"तू तो मेरी जान है.....फ़िर क्यूँ ?
तेरी ही याद मेरी जान ले रही है....
हमारी नजर तुम्हारी खिड़की पर अटक गई।।
बच्चों ने कहा सुनाओ हमे परियो की कहानी
हाय हमारी नजर तुम्हारी खिड़की पर अटक गई।।
उन्हें 'मुकम्मल' नही होने देती...
साज़िशें लाखो बनती हें मेरी 'हस्ती' मिटाने की...
बस 'दुआयें' आप लोगों की उन्हें 'मुकम्मल' नही होने देती...
तू बरसती रहे,,, मैं भीगता रहूँ...!
बारिश हो तेरे जैसी,,,
मिट्टी हो मेरे जैसी,,,
तू बरसती रहे,,,
मैं भीगता रहूँ...!
ज़रा सी ठंड क्या पड़ी
मौसम ने ली अंगड़ाई
और निकाल ली आप ने रज़ाई
आइसक्रीम से हुई लड़ाई
और मूंगफली है घर में आई
शरबत से मुंह मोड़ लिया
चाय से नाता जोड़ लिया
ज़रा सी ठंड क्या पड़ी
ADMIN ने तो नहाना ही छोड़ दिया।
Monday, November 23, 2015
शायद उनको भी हमारा इंतज़ार होगा।
कब उनके लबों से इज़हार होगा;
दिल के किसी कोने में हमारे लिए भी प्यार होगा;
गुज़र रही हैं अब तो यह रातें बस इसी सोच में;
कि शायद उनको भी हमारा इंतज़ार होगा।
तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं……!
तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा ….
वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं……!
आरज़ू ये नही की लोग वाह वाह करें..
ख्वाइश बस इतनी सी है की तुम मेरे लफ़्ज़ों को समझो….
आरज़ू ये नही की लोग वाह वाह करें..
नसीब की दास्ताँ किसे बताएं
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं!
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ!
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब!
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं
क्या कमी रह गई थी तेरा होने में...
अाज भी एक सवाल छिपा है, दिल के किसी कोने में,
क्या कमी रह गई थी तेरा होने में...
मेरे हर लफ्ज़ ने खुद-खुशी कर ली..
आज कुछ नही है मेरे पास लिखने के लिए..
शायद मेरे हर लफ्ज़ ने खुद-खुशी कर ली..
कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है.
तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,
तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है.
तकदीर लेकर आता है !!
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है !!
तमाम उमर बस इक मुलाकात में गुजार लूँ
तेरे गम को अपनी रूह में उतार लूँ..
जिन्दगी तेरी चाहत में सवार लूँ..
मुलाकात हो तुझ से कुछ इस तरह..
तमाम उमर बस इक मुलाकात में गुजार लूँ
जाना भी चाहोगे तो जा नहीं पाओगे..
अगर जो दिल की सुनो तो हार जाओगे..
हम जैसा प्यार फिर कहाँ से पाओगे..
जान देने की बात को हर कोई करता है..
जिन्दगी बनाने वाला कहाँ से लाओगे..
जो इक नज़र देखोगे हमें..
हर तरफ हमको ही पाओगे..
यकीं अपनी चाहत का इतना है मुझे..
मेरी आँखो में झाँकोगे और लौट आओगे..
मेरी यादों के समंदर में जो डूब गऐ तुम..
कहीं जाना भी चाहोगे तो जा नहीं पाओगे..
तुमने वो भी सुना जो मैंने कहा ही नही ।।
दूरियाँ जब बढ़ी तो गलतफहमियां भी बढ़ गयी... फिर तुमने
वो भी सुना जो मैंने कहा ही नही ।।
चाहने की आदत अब तक नहीं बदली..
बहुत कुछ बदला हैं मैने अपने आप में,
लेकिन,
तुम्हें वो टूट कर चाहने की आदत अब तक नहीं बदली..
कितनो की मोहबत किसी और की हो जायेगी
शादियों का सीजन शुरू हो गया है।
अब न जाने कितनो की मोहबत किसी और की हो जायेगी
और ग्रुप में शायरियों की तादाद बढ़ जायेगी।
जिंदगी, वही रुकजाती हैं..
जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती
है...!!!
कसम से एक बार तो जिंदगी, वही रुकजाती हैं..
सब नजरीये की बात्त है जनाब...!!
सब नजरीये की बात्त है जनाब...!!
कर्ण से कोइ पुछे, दुर्योधन कैसा था...!!!
इसीलिए मेरा परिवार जिन्दा है"
एक ताबूत बनाने वाले ने भी क्या बात कही,
•
•
"लोग मर रहे है इसीलिए मेरा परिवार जिन्दा है"
हम उन आँखों को झील समझते रहें,
एक बुंद तक पानी नहीं निकला उन आँखों से मेरे बिछड़ने के बाद;
तमाम उम्र हम उन आँखों को झील समझते रहें,
कौन अपनी बरबादी को भूल सकता हैं.
तुझे क्या लगता हैं मुझे तेरी याद नहीं आती,
पगली कौन अपनी बरबादी को भूल सकता हैं.
तेरे इश्क़ का मुझे बुखार हो जाए..!!
तेरे संग भींगूं मैं मोहब्बत की बरसात में...
खुदा करे उसके बाद तेरे इश्क़ का मुझे बुखार हो जाए..!!
तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको....
तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास,
.
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लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको....
मगर फिर भी बेवफा निकली
ग़लत कहता हैं हर कोई कि संगत का असर होता हैं
वो बरसों मेरे साथ रही
मगर फिर भी बेवफा निकली
ख़याल तेरा ही रहता है...
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता...
गुफ़्तगू किसी से भी हो ख़याल तेरा ही रहता है...
कामयाबी का सवेरा होता है.
हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है,
हर रात के बाद सवेरा होता है,
लोग डर जाते हैं मुसीबतों को देखकर,
पर मुसीबतों के बाद ही तो कामयाबी का सवेरा होता है.
लोगों ने नज़ारा समझा....!!
बडे नादान थे तुफान को किनारा समझा,
कितने अंजान चेहरो को सहारा समझा।
जिनको चाहा वो लोग ही साहिल पे थे,
हम डूबते रहे और लोगों ने नज़ारा समझा....!!
कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह...!!
तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने,
ज़रा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह...!!
ना रोया जाय और ना सोया जाए।
ना वक्त इतना हैं कि सिलेबस पूरा किया जाए;
ना तरकीब कोई की एग्जाम पास किया जाए;
ना जाने कौन सा दर्द दिया है इस पढ़ाई ने;
ना रोया जाय और ना सोया जाए।
अब तेरी आँखो की बारी है…
अगर है गहराई तो चल डुबा दे मुझ को,
समंदर नाकाम रहा,,,, अब तेरी आँखो की बारी है…
आँखे ना भीग जाये नीद नही आती
इस नाज़ुक दिल में किसी के लिए इतनी मोहबत आज भी है यारो. .
की हर रात जब तक आँखे ना भीग जाये नीद नही आती
वो भूला भी सकता है..!!
छोड़ दो ज़माने में
वफा कि तलाश..
जो रूला सकता है
वो भूला भी सकता है..!!
माँ- बाप को नही.
दिल तो तब खुश हुआ मेरा जब उसने
कहा..
तुम्हे छोड़ सकती हूँ माँ-
बाप को नही.
अपनी चीजें माँगा नहीं करते..!
क्या ऎसा नहीं हो सकता के हम तुम से तुमको माँगे..?
और तुम मुस्कुरा के कहो के अपनी चीजें माँगा नहीं करते..!
छुप छुप के मिलने वाली मोहब्बत का मजा ही कुछ और है....
दुनिया कितनी ही आगे बढ़ जाए
मगर वो
छुप छुप के मिलने वाली मोहब्बत का मजा
ही कुछ और है....
बहुत कुछ हार गए हैं....
कभी कभी पता ही नहीं लगता ना..कि दाँव पर क्या लगा है...
हारने के बाद अहसास होता है..कि बहुत कुछ हार गए हैं....
तारीज नजरमां गुनेगार बनी गयो..!!
लुछवा ज हता आंसु तारा....
तारा आंसु नुं कारण बनी गयो..
अनहद तने चाहतो रह्यो....
तारीज नजरमां गुनेगार बनी गयो..!!
"हमेंशा" के लिये..
सिर्फ दो ही "वक़्त" पर तेरा "साथ" चाहिए..
एक तो "अभी" और एक "हमेंशा" के लिये..
आज भी तन्हा गुजरता है..!!
माना की दूरियां कुछ बढ़ सी गयीं हैं.. लेकिन तेरे हिस्से का वक़्त
आज भी तन्हा गुजरता है..!!
अगर इतनी नफरत ही थी तो, वो रोई क्यों….?
वो रो रो कर कहती रही,
मुझे नफरत है तुमसे,
मगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए है
की अगर इतनी नफरत ही थी तो, वो रोई क्यों….?
किसी भी हादसे से बदल सकता है...
शब्दों से ही लोगों के दिलों पे राज किया जाता है,
चेहरे का क्या,
वो तो किसी भी हादसे से बदल सकता है...
उसे दुआओं मे क्या मांगना.
छोड दी हमने हमेशा के लिए
उसकी आरजू करना....
जिसे मोहब्बत की कदर ना हो उसे दुआओं मे
क्या मांगना ====
ज़रा हद में रहा करो
जिसके लिए तोड़ दी मेंने सारी सरहदें..
आज उसी ने कह दिय ज़रा हद में रहा करो
दिल ही तोड़ दिया..!
दिल में आया था वो बहुत से रास्तों से !
जाने का रास्ता न मिला तो दिल 💔 ही तोड़ दिया..!
जाओ, मुझे तुमसे बात नही करनी....
करती है बार बार फोन, वो ये कहने के
लिए
-
कि जाओ, मुझे तुमसे बात नही करनी....
टूटे हुये पत्तो का रंग,अक्सर बदल जाता है..
सब मुझसे कहते है,बदल गया हू मै.....
अब मै किस किस को समझाऊ कि.......
टूटे हुये पत्तो का रंग,अक्सर बदल जाता है..
ज़िन्दगी सांसें नहीं उसका साथ मांगती है...!!
कोई ढूंढ़ कर लाओ उसे मेरी ज़िन्दगी में...!!!
अब ये ज़िन्दगी सांसें नहीं उसका साथ मांगती है...!!
जब दर्द ही चाहने वाले दें तो...
सुना था दर्द का अहसास तो
चाहने वालों को होता है...!!
जब दर्द ही चाहने वाले दें तो
एहसास कौन करेगा.
किस्मत बदलते देर नहीं लगती !!
उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था,
भूल गए थे के किस्मत बदलते देर नहीं लगती !!
मै तो अपना भी "हार" बैठा हुँ...
मुझे कहाँ से आएगा
लोगो का "दिल" जीतना...
मै तो अपना भी "हार" बैठा हुँ...
हर दोस्त "कोहिनूर" होता है
पानी से तस्वीर
कहा बनती है,
ख्वाबों से तकदीर
कहा बनती है,
किसी भी रिश्ते को
सच्चे दिल से निभाओ,
ये जिंदगी फिर
वापस कहा मिलती है
कौन किस से
चाहकर दूर होता है,
हर कोई अपने
हालातों से मजबूर होता है,
हम तो बस
इतना जानते हैं...
हर रिश्ता "मोती" और
हर दोस्त "कोहिनूर" होता है।।।
Friday, November 20, 2015
रहे सलामत ज़िंदगी उनकी,
रहे सलामत ज़िंदगी उनकी,
जो मेरी ख़ुशी की फरियाद करते हैं;
ऐ खुदा उनकी ज़िंदगी खुशियों से भर दे,
जो मुझे याद करने के लिए अपना एक पल बर्बाद करते हैं।
Wednesday, November 18, 2015
बिन हमारे कुछ कमी तो ज़रूर रहेगी......
तुम लाख संवार लो अपनी ज़िंदगी को.....
लेकिन....
बिन हमारे कुछ कमी तो ज़रूर रहेगी......
हासिल होने की उम्मीद ना थी फिर भी मोहब्बत करता था..
कभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगी जरूर,
कि हासिल होने की उम्मीद ना थी फिर भी मोहब्बत करता था..
यादो में कब बस जाते है ये हमें पतानहीं होता|
"कुछ लम्हे खास हो जाते हैं,
जब अपने साथ निभाते हैं,
वो क्या कर जाते है उन्हें पता नहीं होता,
वो यादो में कब बस जाते है ये हमें पतानहीं होता|"
जीलो झींदगी को मेरे बीना
मौत का एहसास हमे तब हुआ•••
जब उसने कहाॅ•••जीलो झींदगी को मेरे बीना
तुम्हारे बाद मेरा कौन बनेगा हमदरद;
मैंने अपने भी खो दिए तुझे पाने की जिद में।
वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है
उस जैसा मोती पूरे समंद्र में नही है,
वो चीज़ माँग रहा हूँ जो मुक़्दर मे नही है,
किस्मत का लिखा तो मिल जाएगा मेरे ख़ुदा,
वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है
Tuesday, November 17, 2015
विष पीकर भी जो अमृत जैसा मुँह बनाये उसे पतिदेव कहते हैं ।
जो अमृत पीते हैं उन्हें देव कहते हैं,
और जो विष पीते हैं उन्हें देवों के देव
"महादेव" कहते हैं,
लेकीन विष पीकर भी जो अमृत जैसा मुँह बनाये उसे पतिदेव कहते हैं ।
Friday, November 13, 2015
कब से मांग रहा हूँ, दे ही नहीं रही हो !!
तुम्हारा दिल है या किसी मंत्री का इस्तीफा,
कब से मांग रहा हूँ, दे ही नहीं रही हो !!
कोई साँसों का हिसाब रखता है क्या ,,?
कैसे करूँ तुम्हारी में यादों की गिनती ,,,??
कोई साँसों का हिसाब रखता है क्या ,,?
लडकियां तो मुझे Online देखकर भी जलती हैं,
साली कई लडकियां तो मुझे Online देखकर भी जलती हैं, और सोचती हैं की,
ए लडका मुझसे बात नहीं कर रहा तो, किसके साथ कर रहा होगा..
भुला न पाए एक नाम को !
शीशे में डूब कर पीते रहे उस जाम को.
कोशिशें की बहुत मगर भुला न पाए एक नाम को !
ये तो मेरा अंदाज हे सबको पसन्द करना
ये तो मेरा अंदाज हे सबको पसन्द करना
ये भी तुम्हे पसन्द नहीं है तो इसमें मेरा क्या कसूर...
Tuesday, November 3, 2015
मर जाते पर नींद से उठने की जुर्रत नहीं करते ..
काश उनका चेहरा आता रोज हमारे ख्वाब में
मर जाते पर नींद से उठने की जुर्रत नहीं करते ..
इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा।
कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा;
खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा;
इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे;
कि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा।
खुद का दिल जला बैठे हैं…"
"यादो में तेरी तन्हा बैठे हैं,
तेरे बिना लबों की हसी गावा बैठे हैं
तेरी दुनिया में अंधेरा ना हो,
इसलिए खुद का दिल जला बैठे हैं…"
आँसू किसी खास के लिये होते हैं.!!
आँसू मुस्कुराहट से ज्यादा अच्छे होते हैं...
जानते हो क्यूँ..??
क्यूँकि मुस्कुराहट सभी के लिये होती है..
मगर आँसू किसी खास के लिये होते हैं.!!
लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई!
दिल टूटा तो एक आवाज आई!
चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई!
सोचा क्या होगा इस खाली दिल में!
लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई!
ना सीने की धड़कन रुकती है, ना तुम्हारी याद !!
यकीन करो मेरा ,लाख कोशिशें कर चुका हूँ मैं !
ना सीने की धड़कन रुकती है, ना तुम्हारी याद !!
कुछ दोस्ती निभाते है,कुछ आजमाते है!!
सभी इन्सान है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ जख्म देते है,कुछ जख्म भरते है!!
हमसफर सभी है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ साथ चलते है,कुछ छोड जाते है!!
प्यार सभी करते है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ जान देते है, कुछ जान लेते है!!
दोस्ती सभी करते है मगर फर्क सिर्फ इतना है!
कुछ दोस्ती निभाते है,कुछ आजमाते है!!
कुछ लिखती नहीं तेरे नाम के सिवा....
हम भी चाहते थे गालीब की तरह शायर बन जाना मगर....! !
हमारी कलम तो और कुछ लिखती नहीं तेरे नाम के सिवा....
जानते हो ये वही थी
आज पगली बरसों बाद मिली तो गले लगकर खूब रोई.. जानते हो ये वही थी जिसने कहा था तेरे जैसे हजारों मिलेंगे .
तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा!!
अब सज़ा दे ही चुके हो तो मेरा हाल ना पूछना,
अगर मैं बेगुनाह निकला तो तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा!!
तकलीफ़ देंने वाला आज भी दिल में....!!!!
कैसा अजीब रिश्ता है, ये दिल आज तकलीफ़ में हैं...
और
तकलीफ़ देंने वाला आज भी दिल में....!!!!
खुद कटघरे में हूँ...!!
"मैं भी हुआ करता था
वकील इश्क वालों का कभी.
नज़रें उस से क्या मिलीं
आज खुद कटघरे में हूँ...!!
बस वही धनवान है
"सिमटते जा रहे है दिल और जज्बात के रिश्ते,
सौदा करने में जो माहिर है ....बस वही धनवान है
हमारी अहमियत समझो तो याद ज़रूर करना.
"दोस्त की अहमियत समझो तो दोस्ती करना,
दर्द की अहमियत समझो तो मोहब्बत करना,
वादे की अहमियत समझो तो उसे पूरा करना,
ओर हमारी अहमियत समझो तो याद ज़रूर करना."
Monday, November 2, 2015
तकलीफ में हैं, उन्के मोबाईल नंबर तक खो जाते हैं.
दुनिया उन्ही की खैरियत पूछती है, जो पहले से खुश हो,
जो तकलीफ में हैं, उन्के मोबाईल नंबर तक खो जाते हैं.
खुदा...... क्या तू भी इतना गरीब है".
छीन लेता है
हर चीज मुझसे
ए खुदा......
क्या तू भी
इतना गरीब है"....?
इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं!
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं!
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ!
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब!
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं!
पल पल के लिए अपना मोहताज कर दिया.
कुछ पल का साथ दे कर तुमने ...
पल पल के लिए अपना मोहताज कर दिया !!
वो ज़िंदगी के कुछ दिन.
वो साथ थी हमारे
या हम पास थे उनके..
वो ज़िंदगी के कुछ दिन
या ज़िंदगी थी कुछ दिन..
💔💔😣💔💔
रग रग में समा जाओगे तुम.
मैने तो देखा था बस एक नज़र के खातिर,
क्या खबर थी कि रग रग में समा जाओगे तुम...
मेरा तो आज भी वही कहना है।
तेरे वादे तू ही जाने....
मेरा तो आज भी वही कहना है।
जिस दिन साँस टूटेगी....
उस दिन ही आस छुटेगी...!!!!
"बीवी मायके गयी"
तीन लफ़्ज़ों में लिखने की....
वो किताबें ढूँढते रह गये
मैंने "बीवी मायके गयी" लिख दिया......!!!
😄😄😄😄😄